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gausevadham.com (Devi Chitralekhaji) |
गौ सेवा धाम
प्राचीन समय से ही गाय को माता का पूज्यनीय स्थान प्राप्त है। गाय में तैंतीस कोटि देवी-देवताओं का निवास होता है। हमने गाय को सदैव ही गौमाता के नाम से पुकारा है। भगवान राम से लेकर भगवान कृष्ण तक, सभी ने गाय के महत्व को बताकर वेदों की वाणी को सत्य सिद्ध किया है। ब्रजभूमि तो कन्हैया के गौप्रेम की कथाओं की सदैव साक्षी रही है। गौ माता भारत की आत्मा है। केबल आध्यात्मिक ही नहीं अपितु वैज्ञानिक तरीके से भी गौमाता की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता।
आज समय बदलाव का है। चारा, पानी, दवाई, गौसुरक्षा आदि जिस भी तरह से संभव हो ,हमें गौसेवा करनी चाहिये। करमन बार्डर होडल में स्थित गौसेवा धाम हाँस्पीटल एक ऐसा ही पावन स्थान है जो वर्तमान समय में पूज्या देवी चित्रलेखा जी के सानिध्य में विगत 4 वर्षों से निरतंर गौसेवा में कार्यरत है। वर्तमान समय तक 7,000 से भी अधिक गौंवश का यहाँ पर उपचार हो चुका है।
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devi chitralekhaji doing gau seva |
कौन हैं गौसेवा धाम हाँस्पीटल की संचालिका देवी चित्रलेखा जी
देवी जी विश्व की सबसे कम उम्र की भागवत कथा वाचिका हैं। देवी जी का जन्म आदि ब्रज परिधि के होडल तहसील के खाम्बी नामक ग्राम में पिता पं0 टीकाराम शर्मा एवं माता श्रीमति ब्रजलता शर्मा के यहाँ हुआ। मात्र 7 वर्ष की अल्पआयु से ही भागवत के श्लोक इन्हें कठंस्थ थे। अब तक देवी जी देश-विदेश में कई बड़े कथा आयोजन कर चुकी हैं।
गौ सेवा धाम की खास बात
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कटान हेतू ले जाने वाली गायों को जब गौरक्षकों के माध्यम से गौसेवा धाम में लाया जाता है तो इन गौवशं का प्राथमिक उपचार यहँा पूर्ण निष्ठा से होता है। अन्य जीव-जन्तु पकि जैसे मोर, हिरण, लगूंर, कबूतर बकरी, ऊँट आदि की सेवा में भी गौसेवा धाम सदैव तत्पर रहता है। असहाय एवं दुर्घटनाग्रस्त गौवंश हेतू यहाँ आधुनिक एम्बुलैंस, कुशल चिकित्सक एवं कम्पाउन्डर, अत्याधुनिक एक्स-रे मशीन, लगभग 30 से भी अधिक गौसेवक, यू.पी.वी.सी खिड़कियाँ आदि जैसी कई सुविधाऐं हैं। पौष्टिक आहारों में दलिया, हरा चारा, गुड़, तथा आर.ओ का पानी आदि भी बीमार गायों को यहाँ पर प्रदान किया जाता है।
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inside wards photos of gau seva dham |
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क्यों पड़ी गौसेवा धाम हाँस्पीटल की आवश्यकता |
वर्तमान समय में जब गौचारण भूमि निरन्तर कम होती जा रही है। धर्म के प्रति जनता में उदासीनता आती जा रही है। अत्यन्त व्यस्तता, निर्दयी हृदय, स्वार्थी व्यक्तित्व आदि जैसे कई कारणों से आज गौसेवा धाम की आवश्यकता है। जिससे की यहाँ पर असहाय,लाचार एवं बीमार गौंवश की निःष्काम सेवा की जा सके।
गौसेवा धाम में आ चुकी हैं कई महान
हस्तियाँ
बाबा रामदेव, पूज्य मोरारी बापू, आचार्य बालकृष्ण, सासंद कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा गौसेवा आयोग के अध्यख श्री भानीराम मंगला, पी.सी गु्रप के चेयरमैन श्री पद्म चंद, महामंडलेश्वर ज्ञानानंद जी, राजेन्द्र दास जी महाराज, कथा वाचक पं0 कृष्णचंद शास्त्री, पूर्व मंत्री शिवचरण शर्मा, हरियाणा सरकार के सचिव दीपक मंगला, पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, आस्था चैनल सीईओ श्री प्रमोद जोशी आदि जैसी कई हस्तियाँ अब तक गौसेवा धाम की गौसेवा को सराह चुकी हंै।
यह आधुनिक हाँस्पीटल आसपास के गौ
पालक व गौरक्षक दलों के लिये भी वरदान है। किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर गौपालक व गौरक्षक दल इसी हाँस्पीटल का आश्रय लेते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर पलवल जिले की होडल तहसील में स्थित इस दो एकड़ में फैले हुये गौसेवा धाम की पावन परिक्रमा करने हेतू दर्शनार्थी दूर-दराज के क्षेत्रों से भी आते हैं।
some more about Gau Seva Dham -
देवी चित्रलेखा जी ने बीमार व लाचार गौमाताओं की सेवा करने का, उनके जख्मों पर मरहम लगाने का, उन्हें नया जीवन देने का और गौमाता की सम्पूर्ण सेवा का संकल्प लिया है।
ऐसी बीमार गौमाता की सम्पूर्ण सेवा के संकल्प को पूरा करने के लिए बृजधाम की पावन धरा पर दिल्ली-मथुरा के बीच नेषनल हाइवे नं 2 पर होडल-हरियाणा में देवी चित्रलेखा जी ने निःषुल्क गौसेवा धाम हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर की षुरूआत की है। इस हाॅस्पिटल में दूर दराज से घायल, बीमार एवं दुर्घटनाग्रस्त गौमाताओं को हाईटेक एंबुलेंसों के जरिये लाया जाता है।
वर्तमान समय में ये गौ सेवा धाम हाॅस्पिटल बड़े पैमाने पर
सभी प्रकार की पीड़ाओं से जूझ रहीं गौमाताओं को निःषुल्क चिकित्सा व षल्य चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रहा हैं। गौ सेवा धाम में हर प्रकार कि बडी सर्जरी जैसे सिजेरियन (आॅपरेषन द्वारा बच्चा निकालना), पेट के आॅपरेषन (जैसे पेट से पाॅलिथिन, नुकीले तार व कील आदि निकालना), आॅख की सर्जरी, कैंसर व रसौली के आपरेषन, हड्डियों के फ्रैकचर में राॅड व प्लेट डालना, वायरिंग (स्टील के तार डालना) आदि सभी प्रकार की सर्जरी की व्यवस्था है। इसी क्रम में गौ सेवा धाम - डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री की स्थापना की गई है जिसमें खून, पेषाब, गोबर व चमडी के रोगों के लिए जाॅच की जाती है। इसी प्रकार यहाॅ पर प्रतिदिन निषुल्क ओ0पी0डी0 भी चलती है जिसमें आस पास के गौपालकों को निषुल्क चिकित्सीय परामर्ष दिया जाता है ताकि गोपालन को ज्यादा से ज्यादा बढावा दिया जा सके। इसके साथ ही गौ सेवा धाम में पैथोलोजिकल म्यूज्यिम की भी स्थापना की गई है जिसमें आम जनमानस को गायों की गम्भीर बीमारियों जैसे सर्जरी द्वारा निकाली गई रसौली, कैंसर इत्यादि से अवगत कराया जाता है।
गौ सेवा धाम हाॅस्पिटल में उन सभी बीमार और असहाय गौमाताओं की चिकित्सा रोगानुसार अलग अलग वार्ड में की जाती है जैसे आई.सी.यू. वार्ड, कैंसर वार्ड, अत्याधिक घायल गौ माता वार्ड, तीन पैरों वाली गौ माता वार्ड, अंधी गौ माता वार्ड साथ में आॅपरेषन थियेटर, डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी, मेडिकल स्टोर और पूरा हाॅस्पीटल एअर कंडीषन है। सर्दी, गर्मी, वर्शा, मक्खी, मच्छर और साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा गया है। गौ माता को पोशक तत्व प्रदान करने के लिए रोजाना चारे के साथ दलिया तथा रोटी की भी व्यवस्था की गई है। गौ माताओं के लिए रोटी बनाने हेतु एक हाईटेक रोटी बनाने वाली मषीन तथा पीने के पानी के लिए एक बडा आर. ओ का प्लान्ट भी
लगाया गया है। गौ माताओं के स्नान के लिए फव्वारों की व्यवस्था भी की गई है। गौसेवा धाम हाॅस्पिटल में बीमार गौमाताओं की सेवा के लिए डाॅक्टर, कम्पाउंडर, सहायक सेवक एवं समस्त स्टाॅफ की समुचित व्यवस्था कि गयी है। रात्रि में भी सभी सेवक अलग अलग सेवा में तैनात रहते है। और इसी प्रकार देवी चित्रलेखा जी के गौ सेवा के संकल्प को पूरा किया जा रहा है।
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Write by Rahul Sharma Tiwari
(media coordinator- w.s.t.)
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