नवरात्रि मेले पवन अवशर पर हजारो भक्तो ने किये माँ दुर्गा के दर्शन।
नवरात्रि मेले मै उमड़ा भक्तो का जनसैलाब।
यमुना मै डुबकी लगा देवी के नौ रूप सामान कन्याओ की पूजा कर खोला व्रत।
आदिशक्ति दुर्गा की पूजा, आराधना व साधना कर भक्तो ने मांगी मुरादे।
जनपद मथुरा के शहर कोसीकला के समीप यमुना नदी के तट पर स्थित गॉव मझोई मै चैत्र माह वसंत नवरात्रो मै आठे व नवमी के दिन मेले का आयोजन सैकड़ो वर्षो से होता आया है।
आठे व नवमी को शनिवार और रविवार का दिन होने से श्रद्धालुओं की संख्या मै और ज्यादा इजाफा हो गया
भक्तो ने यमुना मै डुबकी लगा कर माँ दुर्गा के मंदिर मै देवी के नौ रूपों के दर्शन किये।
माँ दुर्गा के के दर्शन के लिए सुबह ४ बजे से शुरू भक्तो की भीड़ का सिलसिला मध्य रात्रि तक चलता रहता है
आठे की संध्या पर गॉव मै अलग-अलग जगह पर भजन कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है
इस आयोजन का समस्त ग्रामवासी व बाहर से आये सभी भक्त जमकर लुत्फ़ उठाते है
इस मेले मै भारत के अलग-अलग राज्यों से हजारो की संख्या मै भक्त पधारते है
काफी लोग इस पर्व के दौरान व्रत रखते है और नवमी में नौ कन्याओ को भोग लगाकर साथ मै मंदिर मै देवी माँ के नौ रूपों के दर्शन कर अपना व्रत खोलते है
माँ दुर्गा मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी राहुल तिवारी बताते है की बाहर से आये सभी भक्तजनो के ठहरने के लिए समिति के तरफ से निशुल्क धर्मशाला की व्यव्श्था की गयी है जिसमे हजारो भक्त एक साथ रुक सकते है
दर्शन के बाद कोई झूले का आनंद ले रहा है तो जगह-जगह फास्ट फूड और चाट-पकौड़ी की दुकानों पर भीड़ नजर आ रही है। मिट्टी और प्लास्टि के खिलौनों की दुकानें सजी हुई हैं
मंदिर मै छोटे बच्चो के मुंडन का भी बड़ा महत्व बताया जाता है
व सैकड़ो बच्चो का मुंडन इस मंदिर परिसर मै होता है
भीड़ को देखते हुए समिति के सभी युवा सदस्य सक्रिय हो जाते है , व्यवस्था को बनाये रखने मै मदद करते है
और बाहर से आ रहे सभी वाहनों को गॉव से २कम दूर २ मुख्य द्वारो पर ही फ्री पार्किंग की व्यव्श्था की जाती है .
मेले मै स्वछता पर भी जोर दिया जाता है व सभी को जागरूक किया जाता है की मंदिर परिसर के आस पास गंदगी न फैलाये और सम्पर्ण परिसर को स्वच्छ रखने मै समिति की मदद करे
राहुल तिवारी नवत्रात्रि के महत्व को बताते हुए कहते है की लंका पे विजय प्राप्त करने से पहले राम जी ने समुन्दर तट पे नौ दिन इसकी पूजा की और दसवें दिन वो युद्ध के लिए प्रस्थान कर गए थे और विजय प्राप्त कर ली थी
Thanks.
(Rahul Sharma Tiwari)
Regards





